Jeewan Ka Sab Bhaar Tumhare Hathon Mein – Hindi Bhajan
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
मेरा निश्चय बस एक यही इक बार तुम्हे पा जाऊँ मै
अर्पण कर दू जीवन भार का सब प्यार तुम्हारे हाथों में 1
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
यदि मानुष का मुझे जन्म मिले तो प्रभु चरणों का पुजारी बनूँ,
मुझ सेवक की इक-इक रग का हो तार तुम्हारे हाथों में . 2
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
जब जब संसार का कैदी बनूँ निष्काम भाव से कर्म करूँ
फिर अंत समय में प्राण तजूं भगवान तुम्हारे हाथों में 3
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
मुझ में तुझ में है बस भेद यही, मै नर हूँ तुम नारायण हो
मै हूँ संसार के हाथों में संसार तुम्हारे हाथों में, 4
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
हम तुमको कभी नहीं भजते फिर भी तुम हमें नहीं तजते,
अपकार हमारे हाथों में उपकार तुम्हारे हाथों में ,
उद्हार पतन अब मेरा है भगवान तुम्हारे हाथों में 5
अब सौप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में ओर हार तुम्हारे हाथों में
Jai shree krishna , let we join right path of bhakti