Diksha of Govind Dev by Sripad Nivas Acharya
रामचंद्र के भाई गोविन्द अपने पिता की तरह दुर्गा देवी के बड़े भक्त थे. पिता की तरह ही बहुत बड़े
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Read moreआचार्य प्रभु एक वृक्ष के नीचे अपने शिष्यों सहित भगवत प्रसंग में व्यस्त थे| उन्होंने देखा कि एक तेजस्वी नव
Read moreलीला स्मरण – श्री निवासचार्य लीला स्मरण में श्री निवास का असाधारण अभिनिवेश था| श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी , जो
Read moreचिंतन का महत्व – श्री निवासचार्य प्रभु एक बार श्री जीव गोस्वामी उज्जवल नीलमणि के एक श्लोक की व्याख्या कर
Read moreTo Reach heights in bhakti, we have to follow our 12 Mahajans, then only we will get the LOVE of
Read moreBhagwan ne Apne Baat siddh ke, ke woh bhakt ka yog shem vehan karte hai…Aaye dekhe…kaise ? Aaye ddekhe mahaprabhu
Read moreBhagwan geeta me kehte hai ke vee apne bhakton ka yog shem vehan karte hai…we unko sabhi zaroorato ko pura
Read moreश्री हरिदास ठाकुर अब बहुत वृद्ध हो गए हैं| तो भी नित्य तीन लाख नाम जाप करते है| एक दिन गोबिंद
Read moreश्री चैतन्य महाप्रभु का प्रसाद,
Read moreराजशाही जिलें के रामपुर से प्राय: ६ कोस दूर गरिरहाट परगना में खेतुरी नामक गोंव है। प्रेमविलास में वर्णन
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